अब एलियंस से हो सकेगा संपर्क, वैज्ञानिकों ने निकाला शानदार तरीका, इस खेल को खेलने का दिया जाएगा न्योता

अब एलियंस से हो सकेगा संपर्क, वैज्ञानिकों ने निकाला शानदार तरीका, इस खेल को खेलने का दिया जाएगा न्योता
  • वैज्ञानिकों ने डिजाइन किया अपडेटेड मैसेज
  • शतरंज खेल के जरिए साधेगें संपर्क

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कई वर्षों से दुनियाभर के वैज्ञानिक एलियंस से संपर्क साधने की कोशिश में लगे हुए हैं। लेकिन अभी तक किसी को भी इसमें सफलता हासिल नहीं हुई है। कोशिश की इसी कड़ी में वैज्ञानिकों ने एक और तरीका निकाला है। दरअसल वैज्ञानिक एलियंस को शतरंज खेलने का न्योता देंगे। वैज्ञानिकों का कहना है एक एक्साटर बाहरी-शतरंज-ट्रायल अंतरिक्ष खेल खेलने से एलियंस से कॉन्टेक्ट किया जा सकता है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में प्रसारित करने के लिए एक अपडेटेड मैसेज डिज़ाइन किया है। उनकी सोच है कि अगर उन्हें एलियंस की ओर से जवाब मिलता है, तो उनका अगला स्टेप शतरंज खेल के रूल्स भेजना और गेम शुरू करना होगा। लेकिन किसी भी मानव प्रतिद्वंद्वी [Human Opponent] के पास अपनी खेल में चाल की प्लानिंग बनाने के लिए समय होना चाहिए, क्योंकि खेल में कम्युनिकेशन करने में ज्यादा दूरी की वजह से सैकड़ों-हजारों साल लगेंगे।

एलियंस को शतरंज खेलने के प्रस्ताव के बारे में कई वैज्ञानिकों ने अपनी राय दी है। एनर्जी इंडस्ट्री से रिटायर हो चुके इंजीनियर फिलिप रोसेन का कहना है कि शतरंज के खेल का प्रस्ताव से एलियंस सभ्यता के लॉजिक, स्ट्रेटजी और प्लानिंग की विचार प्रक्रियाओं के बारे में पता चल सकता है। वहीं, ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के एंडर्स सैंडबर्ग का मानना है कि, पर्याप्त रूप से स्ट्रांग सिग्नल भेजने में कई टेक्नीकल चुनौतियाँ हैं।

बता दें कि पहले भी एलियंस को मैसेज भेजने के कुछ प्रयास भी हुए हैं, जिसके लिए मैसेजिंग एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल इंटेलिजेंस नामक एक नॉन-प्रोफिट ऑर्गेनाइजेशन (एनजीओ) का निर्माण भी हुआ है। अमेरिकी स्पेस रिसर्च एजेंसी नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के जोनाथन जियांग का कहना है कि पिछले प्रयासों में ऐसा नहीं था कि कुछ गलत था, लेकिन अब उनके पास अधिक डिटेल देने की तकनीक मौजूद है।

‘द न्यू बीकन इन द गैलेक्सी मैसेज’के सह-लेखक जोनाथन ने कहा कि, “हाल के वर्षों में, हमने 1974 की तुलना में हजारों एक्सोप्लैनेट पाए हैं, जब हमें नहीं पता था कि हमारे सोलर सिस्टम के बाहर ग्रह हैं या नहीं। अब हम जानते हैं कि अधिकांश तारे ग्रहों की मेजबानी करते हैं। ये वे ग्रह हैं जो टेक्नोलॉजिकल लाइफ की मेजबानी कर सकते हैं।

Created On :   13 Aug 2023 11:43 PM IST

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