प्रशासन ने नहीं की मदद तो ग्रामीणों ने खुद की बना दी सड़क

villagers made the roads, after ignoring the administrations
प्रशासन ने नहीं की मदद तो ग्रामीणों ने खुद की बना दी सड़क
प्रशासन ने नहीं की मदद तो ग्रामीणों ने खुद की बना दी सड़क

डिजिटल डेस्क,सतना। कहते है जहां चाह होती है वहां राह होती है। इसी कहावत को सही साबित किया है सतना जिले के इटमा नवीन गांव के लोगों ने। लोगों ने सड़क बनाने के लिए शासन-प्रशासन से काफी गुहार लगाई, जब बात नहीं बनी तो इस गांव के लोगों ने खुद की सड़क बनाने की ठान ली। आज सड़क बनने से गांव में खुशी का माहौल है।

दरअसल मामला रामपुर बाघेलान विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत चोरहटा का है। इस पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव चोरहटा और कांसा के बीच स्थित इटमा नवीन गांव में सालों पुरानी सड़क होने से पैदल चलना तक दुर्भर हो चुका था। लोगों ने सरपंच से कई बार इस मार्ग को बनवाने की बात कही। हर बार आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। आखिरकार ग्रामीणों ने सड़क समस्या को लेकर सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की जहां से रिपोर्ट मांगने पर सरपंच पति इटमा गांव पहुंचा, लेकिन मुख्य सड़क पर ही खड़ा होकर उसने लोगों को बुलाया और बात की। इसके बाद फिर आश्वासन देकर वापस चला गया। शासन-प्रशासन से गुहार लगाने के बाद भी कोई कार्रवाई न होते देख ग्रामीणों ने खुद ही सड़क बनाने का जिम्मा उठाया। आखिरकार गांव वालों की मेहनत रंग लाई। ग्रामीणों ने सड़क बनाकर अधिकारियों के मुंह पर करारा तमाचा मारा। 

एकजुट होकर बनाई सड़क
इटमा एक ऐसा गांव है जो मुख्य मार्ग से कटा हुआ था। मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए लगभग 1 किलोमीटर का सफर था जो बेहद कठिन था। जिसे आसान बनाने के लिए गांव के ही बच्चे बूढ़े और जवान एकजुट हुए। उन्होंने मिलकर मिट्टी खोदी,मुरुम ढोई और सड़क बना दी। अब इस मार्ग से गाड़ियां आसानी से निकल जाती है। ग्रामीणों की इस मेहनत को देखकर हर तरफ उनकी तारीफ हो रही है।

Created On :   21 Aug 2017 4:46 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story