शासन के आदेशों का उल्लंघन, सीएम का कार्यक्रम देखने नहीं लगाई गई टीवी

officers negligence in jabalpur, CMs program not broadcast
शासन के आदेशों का उल्लंघन, सीएम का कार्यक्रम देखने नहीं लगाई गई टीवी
शासन के आदेशों का उल्लंघन, सीएम का कार्यक्रम देखने नहीं लगाई गई टीवी

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शासन के आदेशों की किस तरह धज्जियां उड़ाई हैं, इसकी बानगी देखने को मिली जबलपुर में। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना के कार्यक्रम देखने के लिए टीवी का इंतजाम नहीं कराया गया। बच्चों ने रेडियों पर कार्यक्रम को सुना। गौरतलब है कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में सीएम शिवराज ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना की शुरूआत की। इस कार्यक्रम का प्रसारण दूरदर्शन और आकाशवाणी के जरिए प्रदेशभर के 10वीं और 12वीं के बच्चों को दिखाने के निर्देश दिए गए थे। शहर के ही सरकारी स्कूलों में इस आदेश को औपचारिक तौर पर लिया गया, जिसके परिणामस्वरूप कई स्कूलों में टीवी तक मुहैया नहीं हुई और गिने चुने बच्चों को रेडिया पर कार्यक्रम सुनना पड़ा। 

यहां लगा था टीवी
MLB और मॉडल हाई स्कूल में स्क्रीन पर बच्चों को कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाने की व्यवस्था की गई थी, वहीं चेरीताल स्कूल में रेडियो से काम चलाया गया। मुख्यमंत्री की इस खास रुचि के आयोजन में जिला शिक्षा अधिकारी(डीईओ) एनके चौकसे सहित स्कूल प्राचार्यों ने कोई खास रुचि नहीं दिखाई। इसका प्रमाण है कि शिक्षा विभाग ने दो दिन पहले टीवी किराए पर लेने तथा दूरदर्शन प्रसारण की व्यवस्था करने कहा था, लेकिन रविवार को उस स्कूल में ही टीवी का प्रसारण नहीं हो सका जहां जिला शिक्षा अधिकारी का समानांतर कार्यालय चलता है। गौरतलब है कि प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी बनने के पहले चौकसे ब्यौहारबाग कन्या शाला में प्राचार्य थे, इस स्कूल से इनका लगाव इस हद तक है कि आज भी उनका अधिकांश कामकाज यहीं से होता है। रविवार को भी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के प्रसारण की जांच करने निकले जिला शिक्षा अधिकारी इसी स्कूल में पूरे समय बैठे रहे। जानकारी के अनुसार इस स्कूल में टीवी तो था, लेकिन उसमें दूरदर्शन के प्रसारण की कोई व्यवस्था नहीं की गई।

जिले के कितने स्कूलों में टीवी पर प्रसारण हुआ इसकी जानकारी डीईओ को नहीं है। उन्होंने जो रिपोर्ट शासन को भेजी है उस संख्या को भी विभाग के दूसरे अधिकारी सही नहीं मान रहे हैं। प्रभारी संयुक्त संचालक डॉ. कामायिनी कश्यप ने बताया कि संभाग के जिला मुख्यालयों में टीवी पर 62,209 और रेडियो पर 45,591 विद्यार्थी सीधे प्रसारण से जुड़े। जबलपुर डीईओ के अनुसार शहर में दूरदर्शन पर 3,613 छात्रों ने कार्यक्रम देखा और रेडियो प्रसारण सुनने वालों की संख्या 5325 रही।

Created On :   21 Aug 2017 5:23 AM GMT

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