जानिए स्वमिंग करने के तरीके और फायदे

Know the ways and benefits of swimming, it is a good exercise
जानिए स्वमिंग करने के तरीके और फायदे
जानिए स्वमिंग करने के तरीके और फायदे

डिजिटल डेस्क,भोपाल। स्वीमिंग करना केवल एक खेल नहीं है बल्कि ये एक बेहतरीन वर्कआउट हैं। इसे आप खेल की तरह एंजॉय कर सकते हैं साथ ही इसे कई सारे हेल्थ बेनिफिट्स भी मिल सकते हैं। स्‍वीमिंग करने एक बार में ही पूरे शरीर का व्‍यायाम हो जाता है। आधे घंटे तैरकर शरीर से 440 कैलोरी तक कम की जा सकती है। कई बार तैरने से आपको टैनिंग संबधी समस्‍या भी हो सकती है। टैनिंग से बचने के लिए स्‍वीमिंग पूल में उतरने से पहले अपनी त्‍वचा पर माश्‍चराइजर जरूर लगाएं।  आज हम आपको स्वीमिंग के फायदे और 4 मुख्य वर्कआउट बताने जा रहे हैं। जिसे अपना कर आप फिट रेह सकते है। सबसे पहले वर्क आउट के बारे में बात करेंगें। हम जानेंगे कि वो कौन से स्वीमिंग वर्कआउट जिससे आप जिम जैसा हैवी वर्कआउट कर सकते हैं।
 

फ्री स्टाइलः कैलोरीज को बर्न करने के लिए फ्रीस्टाइल एक आसान स्विमिंग वर्कआउट है। फ्रीस्टाइल स्विमिंग से गर्दन, बाजू और टांग की मांसपेशियों पर असर पड़ता है और यहां से फैट बर्न होता है। 

बैकस्ट्रोकः फ्रीस्टाइल स्विमिंग की तरह बैकस्ट्रोक भी ऐसा वर्कआउट है जिसमें मांसपेशियों पर खिंचाव पड़ता है और कैलोरीज़ बर्न होना शुरू हो जाती हैं। पीठ के बल स्विम करने से फायदा ये है कि चूंकि इसमें सिर पानी से बाहर रहता है, इसलिए सांस रोकने में ज़्यादा दिक्कत नहीं होती। इस वर्कआउट के दौरान पूरी बॉडी स्ट्रेच होती है और मसल्स फ्लेक्सिबल बनती हैं।
 

ब्रेस्टस्ट्रोकः स्विमिंग वर्कआउट्स में ब्रेस्टस्ट्रोक भी यूज़ होता है। इससे पूरे शरीर की मांसपेशियां स्ट्रॉन्ग बनती हैं और बॉडी का स्टैमिना भी बढ़ता है। हालांकि, इसे करने से आप थक जाते हैं, लेकिन इसे करते-करते जब बॉडी का स्टैमिना बढ़ता है, तो ज़्यादा कैलोरीज़ भी बर्न होती हैं। इसे करने के दौरान आपकी वेव जैसी मूवमेंट होती है। यानी चेस्ट की अपवर्ड मूवमेंट और डाउनवर्ड मूवमेंट। 

बटरफ्लायः ये एक एडवांस्ड स्विमिंग टेक्नीक है और काफी मुश्किल भी। इसमें दोनों बाजुओं का साथ-साथ वर्कआउट होता है। बटरफ्लाय स्ट्रोक, पानी में शरीर को आगे ले जाने के लिए आपके कंधों और बाज़ुओं पर निर्भर करता है। यानी इसमें कंधे और बाज़ू स्ट्रॉन्ग होने चाहिए, ताकि आप आगे की तरफ तैर सकें। इस वर्कआउट को करने से आपकी पेट और पीठ की मांसपेशियां मज़बूत बनती हैं, स्टैमिना बढ़ता है और शरीर में चुस्ती आती है। दूसरे स्विमिंग स्ट्रोक्स में टांगे एक साथ नहीं चलानी पड़तीं, लेकिन इसमें दोनों टांगे भी एक साथ मूव करनी होती हैं।

स्वीमिंग के फायदे 

रक्‍त संचार बढ़ता हैः तैरने से शरीर का रक्‍त संचार बढ़ता है और आपको तनाव व दर्द से राहत मिलती है। रक्‍त संचार बढ़ने से आप चुस्‍त रहते हैं और किसी भी काम को ज्‍यादा मन लगाकर करते हैं।

दिल मजबूत होता हैः स्‍वीमिंग एक प्रकार की एरोबिक एक्‍सरसाइज है और इससे आपके दिल की मांशपेशियां मजबूत होती हैं। इससे आपके पूरे शरीर में रक्‍त संचार अच्छा रहता है। कई शोधों से यह भी सामने आया है कि, प्रतिदिन आधे घंटे तक स्‍वीमिंग करने से महिलाओं को कोरोनरी हार्ट डिजीज होने का खतरा 30 से 40 फीसदी तक कम हो जाता है।

गुड कोलेस्‍ट्रॉल बढ़एः स्‍वस्‍थ रहने के लिए जरूरी है कि आपके शरीर में बैड कोलेस्‍ट्रॉल की मात्रा कम हो। शरीर में गुड कोलेस्‍ट्रॉल यानी एचडीएल ज्‍यादा है तो यह आपके लिए फायदेमंद साबित होता है। हफ्ते में पांच दिन तैरने से शरीर में कोलेस्‍ट्रॉल की मात्रा बैलेंस रहती है। कोलेस्‍ट्रॉल की मात्रा सही रहने से आपको हृदय रोग की आशंका भी कम होती है।

तनाव कम करेः तनाव रहने पर आप किसी भी काम को बेहतर तरीके से नहीं कर पाते। तैरने से तनाव में राहत मिलती है और आपका दिमाग बेहतर तरीके से काम करता है। 

वजन कम करने में सहायकः कई बार लोग ये सोचते हैं क‍ि पानी का तापमान शरीर से कम होता है, इसलिए स्‍वीमिंग से वजन कम नहीं हो सकता। जबकि हकीकत यह है कि स्‍वीमिंग को कैलोरी बर्न वाले बेहतर व्‍यायामों में से माना जाता है। तैरने से वजन नियंत्रण में रहता है और मोटापा भी कम होता है। हर रोज 30 मिनट तैरने से शरीर से लगभग 440 कैलोरी कम हो जाती है।

गठिया रोग से बचाएः नियमित तैरने से आपके शरीर के जोड़ मजबूत होते हैं। जोड़ मजबूत होने से आपको भविष्‍य में गठिया संबंधी परेशानी होने का खतरा कम होता है। गठिया से बचाव के लिए अन्‍य प्रकार की एरोबिक एक्‍सरसाइज करने की भी सलाह दी जाती है। गर्म पानी से सिकाई करने पर भी गठिया के दर्द में राहत मिलती है।

शरीर में लचीलापन बढ़एः बॉडी में ज्‍यादा से ज्‍यादा लचीलापन लाने के लिए काफी लोग जिम और अन्‍य प्रकार के व्‍यायामों का सहारा लेते हैं। तैरना एक ऐसा व्‍यायाम है जिससे आपके शरीर के हर हिस्‍से में लचीलापन बना रहता है।
 

Created On :   19 Aug 2017 7:25 AM GMT

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