बढ़ेगी रफ्तार: नागपुर से सरोना तक ऑटो सिग्नल प्रणाली पूरी, अगले तीन माह में रायपुर लक्ष्य

नागपुर से सरोना तक ऑटो सिग्नल प्रणाली पूरी, अगले तीन माह में रायपुर लक्ष्य
  • सरोना तक ट्रेनों की रफ्तार बढ़ जाएगी
  • आने वाले 3 महीनों के बाद नागपुर से रायपुर तक ट्रेनें बिना रुकावट दौड़ेंगी
  • ज्यादा से ज्यादा ट्रेन चलाने के साथ-साथ प्रमुख जंक्शन स्टेशन के ट्रैफिक को नियंत्रित करने में मदद करता है

डिजिटल डेस्क, नागपुर. अब नागपुर से सरोना तक ट्रेनों की रफ्तार बढ़ जाएगी। वहीं आने वाले 3 महीनों के बाद नागपुर से रायपुर तक ट्रेनें बिना किसी रुकावट दौड़ने वाली है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने अप्रैल महीने मे ऑटो सिग्नलिंग के क्षेत्र मे 14 किलोमीटर आटो सिग्नलिंग के काम को पूरा किया है। कुम्हारी से सरोना 7 किमी, बिलासपुर-गतोरा चतुर्थ लाइन 7 किमी को ऑटो सिग्नल में बदला गया है। इस कार्य के सम्पन्न होने से नागपुर से सरोना तक ऑटो सिग्नल पूर्ण हो गया है। सरोना से रायपुर भी अगले तीन माह में पूर्ण कर लिया जाएगा। ऐसे में नागपुर से रायपुर के लिए ट्रेनों की आवाजाही बढ़ने के साथ रफ्तार में भी इजाफा होगा।

सेक्शन की क्षमता बढ़ेगी : सिग्नल एवं दूरसंचार के क्षेत्र में मील का पत्थर ऑटो सिग्नलिंग रेलवे का भविष्य है। यह ज्यादा से ज्यादा ट्रेन चलाने के साथ-साथ प्रमुख जंक्शन स्टेशन के ट्रैफिक को नियंत्रित करने में मदद करता है। पहले जहां दो स्टेशनों के बीच एक ही ट्रेन चल सकती थी, वहीं ऑटो सिग्नलिंग के द्वारा दो स्टेेशन की बीच दूरी के अनुसार 4, 5 या 6 ट्रेनें भी आ सकती हैं। ऑटो सिग्नलिंग व्यवस्था बिना किसी अतिरिक्त स्टेशनों के निर्माण और रख-रखाव के ज्यादा से ज्यादा ट्रेन चलाने की सुविधा प्रदान करती है। वर्तमान में बिना नई लाइन का निर्माण करे सेक्शन की क्षमता बढ़ाने का यह सर्वोत्तम उपाय है ।

यह होगा फायदा : दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर सुरेश कुमार सोलंकी के कुशल दिशा निर्देश में यह जोन अपने ऑटो सिग्नलिंग लक्ष्य के प्रति निरंतर अग्रसित हो रहा है।

आने वाले समय में ऑटो सिग्नलिंग व्यवस्था दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में अत्यधिक मालवाहक ट्रेनों की आवाजाही के कारण देर से चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों पर बहुत हद तक विराम लगा सकता है, क्योंकि इस व्यवस्था से एक ब्लॉक सेक्शन में एक से ज्यादा ट्रेनों की आवाजाही सुनिश्चित किया जा सकेगा। साथ ही कवच एवं केंद्रीकृत यातायात प्रणाली को लागू करने में भी लाभप्रद सिद्ध होगी ।

Created On :   28 April 2024 1:24 PM GMT

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