बॉम्बे हाईकोर्ट: नरेश गोयल की जमानत याचिका पर ईडी से जवाब तलब, जमानत का किया अनुरोध

नरेश गोयल की जमानत याचिका पर ईडी से जवाब तलब, जमानत का किया अनुरोध
  • पत्नी की हालत गंभीर होने के कारण जमानत का किया अनुरोध
  • जेट एयरवेज के संस्थापक गोयल ने दायर की थी याचिका
  • 3 मई को मामले की अगली सुनवाई

डिजिटल डेस्क, मुंबई. बॉम्बे हाईकोर्ट ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल की जमानत याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जवाब मांगा है। गोयल ने याचिका दायर कर इलाज और अपनी पत्नी की हालत गंभीर का हवाला देकर जमानत का अनुरोध किया है। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 3 मई को रखी है। गोयल को पिछले साल सितंबर में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था।

न्यायमूर्ति एन. जे. जमादार की एकल पीठ के समक्ष नरेश गोयल की ओर वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे द्वारा दायर जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। याचिकाकर्ता के वकील हरीश साल्वे ने दलील दी कि याचिकाकर्ता और उनकी पत्नी कैंसर की गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और उनकी पत्नी अनीता की हालत गंभीर है। उन्हें अनुच्छेद 21 (जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार) के तहत जमानत पर रिहा करना उचित है। याचिकाकर्ता को कारावास में रखना और उसकी जमानत को अस्पताल में रहने तक सीमित करना, जहां वह अपनी पत्नी के साथ नहीं रह सकता है। यह बुनियादी मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। उनके पास गुण-दोष के आधार पर एक अच्छा मामला है और उसी के आधार पर वर्तमान मामला आवेदक को जमानत पर रिहा करने के लिए उपयुक्त है।

याचिकाकर्ता के वकील ने यह भी कहा कि 75 वर्षीय गोयल का मल्टीस्पेशलिटी सर एच. एन. रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में इलाज चल रहा है। 10 अप्रैल का विशेष अदालत का आदेश में याचिकाकर्ता को केवल अस्पताल में भर्ती कराना ही पर्याप्त बताया था, जबकि उसकी पत्नी की गंभीर स्थिति और उसके द्वारा झेली जा रही बीमारी को ध्यान में नहीं रखा गया। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 3 मई को रखी है।

पीएमएलए अदालत ने उनकी जमानत याचिका को खारिज करते हुए कहा था कि याचिका पहले से ही अपने स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों, बीमारी और कथित दुर्बलताओं के लिए सर्वोत्तम उपचार प्राप्त कर रहे हैं। इसलिए याचिका को जमानत की अनुमति नहीं दी जा सकती, क्योंकि वह किसी अन्य अस्पताल में स्थानांतरित होना चाहता था। विशेष न्यायाधीश एम. जी. देशपांडे ने कहा था कि उसका इलाज कर रहे चिकित्सकों की राय के अनुसार उसके स्वास्थ्य में सुधार की बहुत संभावना है और अगर उसे जमानत दी जाती है, तो उसका स्वास्थ्य खराब हो जाएगा। उसे संक्रमण का खतरा हो सकता है।

Created On :   30 April 2024 4:09 PM GMT

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