पानी की सप्लाई: पहाड़ीखेरा, लुहरहाई सहित भसूडा पंचायत के इटौरा गांव में मची हाय तौबा

पहाड़ीखेरा, लुहरहाई सहित भसूडा पंचायत के इटौरा गांव में मची हाय तौबा
  • पहाड़ीखेरा, लुहरहाई और भसूडा पंचायत में गरमाया मुद्दा
  • गांव में पानी की सप्लाई को लेकर मचा हड़कंप
  • तालाब से सप्लाई की उठी मांग

डिजिटल डेस्क, पन्ना। पहाडीखेरा ग्राम पंचायत कस्बा मुख्यालय सहित ग्राम पंचायत लुहरहाई तथा ग्राम पंचायत भसूडा के ग्राम इटौरा में बीते दो दिनों से नलजल योजना के तहत पेयजल सप्लाई का कार्य ठप्प हो गया है। पानी की सप्लाई बंद हो जाने से दोनों ग्राम पंचयतों के साथ भंसूडा पंचायत के ग्राम इटौरा पंचायत में पानी को लेकर हायतौबा मच गई है। नलजल योजना से पेयजल की सप्लाई ठप्प होने का बडा कारण लुहरहाई ग्राम स्थित जिस तालाब से फिल्टर प्लांट से पानी ग्राम इटौरा तथा पहाडीखेरा में बनी पेयजल टंकियों को बनने का कार्य होता था वह तालाब ही सूख गया है। तालाब के लगभग पूरी तरह से सूख जाने से फिल्टर प्लांट में पानी नहीं भर रहा है और इसके चलते पानी की सप्लाई पूरी तरह से रविवार दिनांक 28 अप्रैल से बंद हो चुकी है। नलजल योजना के तहत पानी की सप्लाई का कार्य बंद हो जाने से लोगों को पानी की हर बूंद के लिए दिनभर जदोजहद करनी पड रही है। पहाडीखेरा कस्बा जिसकी आबादी लगभग 5 हजार के आसपास है पानी के भीषण सकंट का सामना कर रहा है हालात यह है कि पहाडीखेरा में जो हैण्डपम्प लगे हुए हैं उन हैण्डपम्पों में पानी के लिए लोगों की कतारें लग रहीं हैं इसके साथ कुंओं के हाल भी इसी तरह के हैं।

लोगों को पानी की व्यवस्था के लिए अपने घरो से काफी दूर जाना पड रहा है और हैण्डपम्पों और कुंओं के पानी के लिए अपनी बारी आने के लिए काफी इंतजार करना पड रहा है और इसके चलते लोग पूरे समय पानी के लिए हलाकान हो रहे हैं। अब जब गर्मी काफी बढ चुकी है तो पानी की खपत भी लोगों केे घरों में अधिक हो गई है जिसकी व्यवस्था के लिए लोगों को इस भीषण गर्मी के साथ पसीना बहाना पड रहा है जो हैण्डपम्प है उनको लेकर स्थिति यह है कि जलस्तर नीचे चले जाने से हैण्ड पम्प काफी भारी चल रहे है और बीच-बीच में बंद भी हो जाते है। पहाडीखेरा ग्राम में एक कुंआ जो मीठा कुंआ के नाम से जाना जाता है गांव की बडी आबादी पीने का पानी भरने के लिए पहुंचती है जिस कुंए भी पानी न के बराबर ही बच हुआ है रात में रिसने के बाद सुबह कुंए में पानी भरने के लिए लोगो की भीड़ जमा हो जाती है और हालत यह है कि हैण्डपम्पों और कुंओं में पानी को लेकर विवादित स्थितियां भी निर्मित होने लगी है। पहाडीखेरा की वर्तमान स्थिति यह है कि जो पुरानी सरकारी बोर थे लुहरहाई नल जल योजना तैयार हो जाने के बाद वह बोर बंद हो गए है जिससे की पूर्व में जो लोग बोर से पानी की व्यवस्था कर लेते थे वह भी नहीं हो पा रही है। पहाडीखेरा की तरह ग्राम लुहरहाई और ग्राम पंचायत भसूडा के इटौरा ग्राम में भी पानी को लेकर पहाडीखेरा की तरह ही स्थितियां बनी हुईं हैं। ग्राम पंचायत लुहरहाई में पेयजल की सप्लाई बंद होने के बाद लोग गांव की तलैया और तालाब मेें झिरिया इत्यादि खोदकर पानी की व्यवस्था बनाते है जिसके चलते इस तरह के पानी के नुकसान होने की स्थितियां भी पूर्व में निर्मित हो चुकी है गत वर्ष दूषित पानी की वजह से डायरिया का प्रकोप आदिवासी बच्चो एवं ग्रामीणो में फैल गया था।

समस्या के समाधान के लिए बुचुआ तालाब से सप्लाई की उठी मांग

लुहरहाई ग्राम का तालाब जो कि पहाडीखेरा से लगभग 2 किलोमीटर दूर है चार साल से पेयजल योजना के तहत इसी तालाब के पानी को तालाब में बने फिल्टर प्लांट में फिल्टर कर टंकियों में सप्लाई कर टंकियों से पहाडीखेरा के लुहरहाई ग्राम पंचायत एवं भंसूडा के इटौरा ग्राम को पानी की सप्लाई की जाती है किन्तु हर साल हालात यह होते है कि गर्मियों में तालाब सूख जाता है और पानी की सप्लाई का कार्य बाधित हो जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहाडीखेरा से लगभग 2 किलोमीटर ही दूरी पर बुचुआ बांध बना हुआ है जहां पर पर्याप्त मात्रा में सप्लाई के लिए पानी उपलब्ध है। जिसको देखते हुए पानी की सप्लाई का कार्य बुचुआ तालाब में फिल्टर प्लांट बनाकर और जब तक फिल्टर प्लांट नहीं बनता तब तक सीधे तालाब का पानी सप्लाई किए जाने की व्यवस्था किए जाने की जरूरत है जिससे भीषण जल संकट का सामना कर रहे ग्रामीणो को राहत मिल सकें।

टैंकर का पानी खरीदने के लिए मजबूर हुए लोग

पहाडीखेरा में समस्या इतनी अधिक गहरा गई है कि काफी संख्या में लोगों को दूरस्थ स्थित बोरवेलों से टैंकरों में पानी मंगवाना पड रहा है 800 से 1000 रूपए तक कीमत चुकनी पडती है ग्राम में जल स्तर की स्थिति यह है कि जिन लोगों के घरों में निजी बोरवेल है उन बोरवेल में भी जल स्तर नीचे होने से पानी काफी नीचे चला गया है और बोरवेल में पानी नहीं निकल रहा है जिससे लोग पानी की व्यवस्था के लिए टैंकरों से पानी मंगवाने के लिए मजबूर है। स्थानीय ग्राम पंचायत स्तर पर पानी की परिवहन की व्यवस्था किए जाने भी लोगों द्वारा की जा रही है।

इनका कहना है

मेरे पास ग्राम पंचायत पहाडीखेरा के सरपंच एवं सचिव आए थे जिन्होंने पानी की समस्या को लेकर अवगत कराया गया है। वैकल्पिक व्यवस्था के लिए अधीक्षण यंत्री महोदय से बातचीत की गई तथा पत्र भेजा है। दो बोर कराने का प्रपोजल है जिससे गर्मी में पानी की जो समस्या बनी है उसका समाधान हो सके।

Created On :   1 May 2024 3:41 PM GMT

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