बारिश में कमी: वारदाना न होने से किसानों की नहीं हो रही सरसों, चना व मसूर की तुलाई

वारदाना न होने से किसानों की नहीं हो रही सरसों, चना व मसूर की तुलाई
  • भीषण गर्मी व तपती धूप में परेशान हो रहे किसान
  • कम बारिश से परेशान हो रहे किसान
  • सरसों, चना और मसूर की तुलाई में आ रही परेशानी

डिजिटल डेस्क, पन्ना। सरकार किसानों के द्वारा उपज की गई सरसों, चना, मसूर की फसल को लेने के लिए खरीदी कर रही है। जिसके लिए जिलेभर में 26-27 खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं। जिन केन्द्रों में किसान अपनी उपज की फसलों को ट्रेक्टर-ट्राली व अन्य साधनों से लेकर पहुंच रहे हैं लेकिन वारदाना न होने के चलते उनकी तुलाई नहीं हो पा रही है जिसके कारण वह वर्तमान समय में पड रही भीषण गर्मी व तपती धूप में परेशान हो रहे हैं। गर्मी को देखते हुए खरीदी केन्द्र में जिला प्रशासन के द्वारा वहां पहुंचने वाले किसानों के लिए तमाम सुविधायें उपलब्ध करवाये जाने के लिए निर्देश तो दिये जाते हैं लेकिन जब मौके पर जाकर देखा जाये तो वहां पहुंचे किसान परेशान होते दिखलाई देते हैं और अपवने अनाज की तुलाई के लिए खरीदी केन्द्र में इस कार्य में लगे कर्मचारियों से आरजू-मिन्नतें करते देखे जा सकते हैं।

ऐसा ही एक मामला पन्ना तहसील के पन्ना-पहाडीखेरा मार्ग में पडने वाले ग्राम लक्ष्मीपुर खरीदी केन्द्र का सामने आया है जहां कई किसान दो-तीन दिनों से सरसों की तुलाई के लिए खडे हुए हैं लेकिन उनको वारदाना उपलब्ध न होने की बात कहकर मना कर दिया है। सरसों, चना, मसूर की खरीदी का कार्य 15 अप्रैल से पूरे जिले में शुरू हो चुका है जो 31 मई तक चलना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 35 गठाने वारदाने की जिला विपणन केन्द्र से खरीदी केन्द्रों को उपलब्ध करवाये हैं। एक गठान में 500 वारदाने रहती हैं। ऐसी स्थिति में जिलेभर के खरीदी केन्द्रों के हिसाब से बहुत कम है। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। ठंड के सीजन में जब धान खरीदी का कार्य किया जाता है उस समय भी वारदाना खरीदी केन्द्रों में अक्सर नहीं होता है। जिससे कई दिनेां तक किसानों को खुले आसमान में रातें बितानी पडती हैं।

खरीदी का कार्य पहले से नियत कर लिया जाता है तो वारदाने का इंतजाम भी होना चाहिए लेकिन यह पहले क्यों नहीं किया जाता यदि ऐसी स्थिति निर्मित भी होती है तो उस खरीदी केनद्र के अंतर्गत आने वाले किसानों को इस बात की सूचना दी जानी चाहिए जिससे वह बेवजह परेशान न हो और जब वह अपनी उपज को लेकर खरीदी केन्द्र पहुंचे तो सुगमता के साथ उनकी तुलाई हो सके जिससे उन्हें बेवजह न भटकना पडे। किसान नरेन्द्र जैन, नीरज जैन, मुकेश पटेल, चन्द्रप्रकाश जैन सहित बहुत सारे किसान हैं जो तुलाई के लिये परेशान हो रहे हैं। किसानों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि खरीदी केन्द्र में पहुंच रहे किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए उचित निर्देश दिए जायें।

Created On :   4 May 2024 3:32 PM GMT

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